Poetry
अफसोस ! बेटी, इज्जत का भार ।
अफसोस बस इतना है, अगर सच पता चल जाए एक लड़की को, कि वो किसलिए है धरती पर आईं है, शायद वो कभी इन उलझनों में फसे ही ना। जो समझाया गया है आज तक। हर खामोशी ने उसे बस यही समझाया यही होना है तेरा चाल चलन अगर वो Read more…